हिंदी कार्यशाला पर रिपोर्ट
विषय: “ 21वीं सदी में कक्षा, विद्यार्थी और हिंदी शिक्षण की चुनौतियाँ
मदर टेरेसा स्कूल, इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद में मधुबन पब्लिकेशन के सौजन्य से
1 नवंबर, 2025 को एक शिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें अर्वाचीन इंटरनेशनल स्कूल की ओर से श्रीमती शुचि कौशिक और श्रीमती अनीता पंडित को भाग लेने का सुअवसर प्राप्त हुआ। इस कार्यशाला का संचालन प्रसिद्ध शिक्षाविद् डॉ0 प्रदीप कुमार जैन जी ने किया। कार्यशाला का विषय था-“21वीं सदी में कक्षा, विद्यार्थी और हिंदी शिक्षण की चुनौतियाँ।”
कार्यशाला की शुरुआत डॉ. जैन ने विद्यार्थियों में समय के साथ आए परिवर्तनों पर चर्चा से की। उन्होंने बताया कि आज के विद्यार्थी तकनीकी युग के हैं, जिनकी सोच, समझ और सीखने के तरीके पहले से बिल्कुल भिन्न हैं। इसके बाद उन्होंने 21वीं सदी के शिक्षण तत्त्वों पर प्रकाश डाला और बताया कि आज शिक्षा केवल ज्ञान देने तक सीमित नहीं रही, बल्कि जीवन कौशल, संप्रेषण क्षमता और भाषा कौशल का विकास भी ज़रूरी है। हिंदी शिक्षण में सुनने, बोलने, पढने और लिखने के कौशलों के साथ -साथ नवीन कौशलों द्वारा छात्रों के संतुलित विकास की आवश्यकता पर उन्होंने बल दिया।
कार्यशाला का समापन हिंदी भाषा के शिक्षण में आने वाली व्यावहारिक कठिनाइयों और भ्रमों पर चर्चा के साथ हुआ। यह कार्यशाला सभी हिंदी शिक्षकों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक और उपयोगी सिद्ध हुई।